पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है- समझें आसान भाषा में

अभी तक आपने वैसे सभी टेस्ट मशीनों के बारे में समझे होंगे जो अपने स्वास्थ्य के लिए एवं कई परीक्षणों का जांच करने के लिए किया जाता था इसका उपयोग लेकिन अब हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे एक ऐसे मशीन के बारे में जिसका उपयोग होता है मानव के हृदय त्वचा रक्त इत्यादि को कंपन मापने में तो मैं आपको बता दूं इस आर्टिकल में लिखा गया है पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है- समझें आसान भाषा में इससे संबंधित जितने भी समस्या लोगों के साथ आती हैं सभी को आसान भाषा में लिखा गया है और इससे आधारित जितने भी प्रश्न बनता है सभी का उत्तर इस आर्टिकल के माध्यम से दिया गया है।

हेलो दोस्तों नमस्कार, मैं राम प्रकाश यादव और आपका स्वागत करता हूं आपका अपना ब्लॉक प्रकाश ब्लॉक पर आप सभी समझने जा रहे हैं पॉलीग्राफ के बारे में तो आप बिल्कुल निश्चिंत रहिए जिस मकसद से आप इस आर्टिकल को पढ़ने आए हैं वह मकसद आपको पूरा होगा इसलिए इस आर्टिकल को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि हर एक चीज को समझाते हुए एक अच्छे ढंग से समझाने का प्रयास किया हूं ताकि आप अच्छे से अच्छे भाषा में और काफी अच्छे तरीके से समझ सके कि पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है- समझें आसान भाषा में

आज आप केवल यही नहीं जानेंगे कि पॉलीग्राफ क्या होता है इसके अलावा आप जानेंगे इसका उद्देश्य क्या होता है यह किस लिए बनाया गया है एवं इससे कौन सा काम किया जा सकता है और लोगों के मन में यह भी चलता रहता है कि आखिर इसका क्या मकसद है बात वही हुआ इसका क्या उद्देश्य है इसको इस्तेमाल करने के लिए कितने पैसे की जरूरत होती है इसको कब इस्तेमाल किया जाता है इसका उपयोग करने से क्या-क्या टेस्ट किया जाता है इससे कैसे किस चीज का पता चलता है हर एक बातों को पॉइंट बनाकर लिखा गया है ताकि आप पढ़ कर समझ सके। तो आइए अब शुरू करते हैं और जानते हैं पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है?

पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है

पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है?

एक ऐसा यंत्र जिससे झूठ और सच का पता लगाया जा सकता है वहीं पॉलीग्राफ टेस्ट होता है जब ऐसा समय आ पड़ता है कि किसी व्यक्ति को यह जांच ना होता है कि आखिर यह झूठ कह रहा है या सच कह रहा है उस वक्त पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाता है पॉलीग्राफ एक मशीन है यानी एक यंत्र है जिसका प्रयोग झूठ और सच का पता लगाने में किया जाता है इससे व्यक्ति का रक्तचाप श्वसन धड़कन इत्यादि कई सारे टेस्ट कर लिए जाते हैं एवं टेस्ट के आधार पर यह मशीन पता लगाते हैं की वह व्यक्ति झूठ है अथवा सच अर्थात पॉलीग्राफ टेस्ट एक ऐसा यंत्र जो किसी भी मानव के पूरे शरीर में एक दम नस नस से हर एक चीज को पता करके एक आधार बनाकर झूठ और सच का पता लगाने का काम करता है।

इस यंत्र का खोज 1921 ईस्वी में की गई थी तब से ही इसका इस्तेमाल किया जा रहा है जो प्रचलित है पॉलीग्राफ टेस्ट के नाम से दोस्तों उम्मीद है आप पॉलीग्राफ टेस्ट होता क्या है यह समझ गए होंगे और अब हम आगे की ओर चलते हैं और बात करते हैं इसका उद्देश्य क्या होता है क्योंकि अधिकतर लोगों के मन में यह भी चलता रहता है कि पॉलीग्राफ टेस्ट का उद्देश्य क्या होता है इसलिए इन चीज को भी कवर किया गया है इस आर्टिकल में।

और फिर बताऊंगा यह मशीन काम कैसे करता है इसको चलाने में कितना खर्च आता है इत्यादि सभी कुछ कवर कर लूंगा इसलिए अब आइए आगे चलते हैं और जानते हैं इस मशीन का उद्देश्य क्या है।

पॉलीग्राफ टेस्ट का उद्देश्य क्या है?

अभी तक यह जान चुके होंगे पॉलीग्राफ़ टेस्ट क्या होता है अगर आप इस आर्टिकल को अब तक पढ़े हैं तो और आइए आप जानते हैं इसका उद्देश्य क्या है तो इसका मुख्य उद्देश्य है किसी भी व्यक्ति के अंदर झूठ और सच का पता लगाना अर्थात जिस भी व्यक्ति पर किसी तरह से दबाव दिया जा रहा हो कि वह झूठ है अथवा सच तो इसका निर्णय सिर्फ पॉलीग्राफ टेस्ट के माध्यम से हो सकता है इसीलिए इस मशीन को बनाया गया है इसका मुख्य उद्देश्य सच और झूठ का पता लगाना है।

इस मशीन के आधार पर किसी भी मानव के शरीर में उसके धड़कन और रक्तचाप इत्यादि कई जांच पड़ताल के बाद यह निर्णय लिया जाता है मशीन के द्वारा कि वो व्यक्ति झूठ है अथवा सच तो अंतिम रूप से मैं आप सब को समझाना चाहूंगा इसका मुख्य उद्देश्य झूठ और सच का निर्णय करना होता है।

यह छोटा छोटा प्रश्न जिसका जवाब आपको मिल गया होगा आप जानते हैं या मशीन आखिर काम कैसे करता है अभी तक आपने जो समझे हैं वह तो इसके बारे में कुछ इंट्रोडक्शन था कि वह क्या होता है इसका मुख्य उद्देश्य क्या है लेकिन आइए जानते हैं यह मशीन किस तरह से काम करता है कैसे झूठ और सच का पता लगा लेते हैं इन सब के बारे में चर्चा करते हैं।

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पॉलीग्राफ मशीन कैसे काम करते हैं?

यह एक ऐसा उपकरण या पहले तो यंत्र अगर यह भी समझ में नहीं आता तो बिल्कुल आसान भाषा में कहें तो मशीन जिससे मानव के शरीर में रक्तचाप धड़कन हृदय इत्यादि कई सारे टेस्ट होने के बावजूद यह पता सामने आता है कि व्यक्ति झूठ बोलता हो या सच इसलिए जिस प्रकार से किसी व्यक्ति का हृदय धड़कन रक्त इत्यादि को जांच किया जाता है उसी प्रकार से इस यंत्र के द्वारा भी उस व्यक्ति का धड़कन चेक किया जाता है जिससे यह पता चलता है कि वह व्यक्ति कितना झूठ बोलता है और सच

अगर आपने कभी इस चीज का ख्याल किया होगा कि आखिर मानव का धड़कन चेक कैसे किया जाता है तो आप समझ गए होंगे कि पॉलीग्राफ का भी ठीक उसी प्रकार से काम है उसका धड़कन चेक करना क्योंकि आप भी मुख से खाते हैं तो कोई और मानव भी मुख से ही खाते होंगे इसलिए हर एक मशीन यह भी धड़कन चेक करता है और धड़कन चेक करने का जो अलग मशीन है वह भी धड़कन ही चेक करता होगा इसलिए यह मशीन बिल्कुल वैसे ही काम करते हैं जैसे इसके अलावा और मशीन काम करते हैं।

FAQ

झूठ और सच का पता लगाने वाली मशीन का क्या नाम है?

पॉलीग्राफ

क्या सच बोलने पर पॉलीग्राफ फेल हो सकता है?

बिल्कुल सही तरीका से पता लगाता है ।

क्या कोई मासूम व्यक्ति पॉलीग्राफ टेस्ट में फेल हो सकता है?

मासूम व्यक्ति मासूम ही रहेगा चेक के बाद भी।

पॉलीग्राफ टेस्ट में कितना खर्च आता है?

लगभग 40 से 50 हजार अनुमान के हिसाब से।

समापन

आज के लिए बस इतना ही आज आपने सीखा होगा पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है- समझें आसान भाषा में इसी तरह का आर्टिकल पढ़ने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे और अगर आप को पढ़कर पसंद आया हो तो कृपया इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के पास शेयर करें एवं सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शेयर कर दें।

मैं पूरी उम्मीद के साथ कह सकता हूं कि आप जिस मकसद से इस आर्टिकल को पढ़ने आए थे वह मकसद आपको पूरा हो गया होगा क्योंकि मैंने बिल्कुल आसान भाषा में आपको समझाने की कोशिश किया अगर फिर भी आपको किसी तरह का कोई संकोच है तो आप निसंदेह मुझे कमेंट करके बता सकते हैं मैं आपका कमेंट का रिप्लाई देने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं। पॉलीग्राफ टेस्ट क्या होता है- समझें आसान भाषा में

RAM PRAKASH YADAV
RAM PRAKASH YADAV
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